चिंता से लडें और जीना शुरू करें
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इससे पहले की हम ये सीखें की चिंता करना कैसे छोड़े उससे पहले हम ये देख लेते है की अगर आप चिंता करोगे तो उससे आपके स्वास्थ पर क्या असर पड़ सकता है |
बहुत सी कंपनिया सर्वे करती है और घर जा जा कर ये पूछती है की आपको कौन कौन सी बीमारी है लेकिन कोई भी ये सर्वे नहीं करता है की क्या आपको किस किस बात की
चिंता है?
डॉ. Alexis carrel जिनको medicine में नोबल पुरस्कार मिला है वो बताते है ऐसे businessmen जिनको ये नहीं पता की चिंता से कैसे लड़ना है वो जवानी की उम्र में ही मर जाते है
डर चिंता पैदा करता है और चिंता तनाव और आपके दिमाग के nervous system पर असर डालती है जिससे आपके पेट के gastric जूस normal से abnormal हो जाते है जिससे आपके पेट में छाले हो सकते है
चिंता से आपको दिल की बीमारी,अनिद्रा रोग, सर में दर्द, और कई प्रकार के paralysis हो सकते है
क्या फ़ायदा होगा अगर आप पूरी दुनिया भी पा लो और अपना ही स्वास्थ को खो दो, पूरी दुनिया पा कर भी आप सिर्फ एक समय पर एक ही bed पर सो पयोगे और एक दिन में सिर्फ तीन समय का खाना खा पयोगे |
हमारी medical science के पास काफी सारी बिमारिओं का इलाज है लेकिन fear, hate, frustration, और चिंता का कोई इलाज नहीं है |
तो अब हम जानते है की आप चिंता जैसी लाइलाज बीमारी से कैसे बच सकते है
चिंता को पहचाने :-
चिंता करने का सबसे बड़ा कारण confusion है, इसलिए हमे सबसे पहले अपनी चिंता को पहचानना है उसके लिए आपको अपने आप से ये दो सवाल पूछने है |
1. मै किसके बारे में चिंता कर रहा हूँ
2. और में उसके लिए क्या कर सकता हूँ
इसे अपनी किसी किताब पर लिख ले और जब आपको पता चल जाये उसके बाद ये सोचे उसके लिए मुझे क्या करना और उसे तुरंत करना शुरू कर दें, बैठ के बस अपनी problem के बारे में सोचते ना रहे |
70% आपकी चिंता :-
आपकी 70% चिंता पैसो के बारे मै होती है, कई लोग ये सोचते है की अगर वो ज्यादा अमीर हो जायेंगे तो वो खुश हो जायेंगे और कभी चिंता नहीं करेंगे लेकिन ये सच नहीं है
जैसे जैसे हम ज्यादा अमीर होते है जाते है उतने ही हम ज्यादा चिंता करने लगते है क्योंकि हमे अपने पैसो का सही से इस्तेमाल करना नहीं आता है, आपको अपने पैसो को कैसे इस्तेमाल करना है या उसको कैसे manage करना है उसके लिए निचे कुछ rule लिखे हुए है |
rule 1 :- आपको ये पता होना चाहिए की आपके पैसे कहाँ खर्च हो रहे है इसलिए आपको हर month अपने हर एक पैसो का एक बजट बनाना चाहिए
rule 2 :- आपको फुजूल खर्च से बचना चाहिए और सिर्फ जरुरत की चीज लेनी चाहिए उसके लिए आप ये कर सकता है, जो भी वस्तु आपको खरीदनी है उसके बिना 1 महीने रह कर देखे अगर आपका काम उसके बिना चल रहा है तो उसको बिलकुल ना ले |
rule 3 :- जैसे जैसे आपकी सैलरी बढती है उतना ही अपना खर्चा बढ़ा लेते है जो आपको नहीं करना चाहिए और बुद्धिमानी से खर्च करना चाहिए |
rule 4:- अपने आप को बीमारी, कोई हानि, और emergency खर्च से बचने, के लिए insurance करवाएं लेकिन life insurance कभी ना लें |
rule 5 :- अपने बच्चो को छोटी उम्र से ही पैसो का सही से इस्तेमाल करना सिखाएं और उनके सामने कभी भी फुजूल खर्च ना करें |
अब हम सीखते है की चिंता करने की आदत को कैसे छोडें
आज मै जियें
डॉ. osler बोलते है हमारा main business ये नहीं की दूर धुंधला क्या दिख रहा है लेकिन ये होना चाहिए की पास साफ़ क्या दिख रहा है |
कहना का मतलब ये है की आपको रोज़ ये नहीं सोचन चाहिए की कल क्या हुआ था या फिर आने वाले कल में क्या होगा, बल्कि पूरी तरह आज में जीना चाहिए और आज के बारे में सोचा चाहिए
इसका मतलब ये नहीं की हम आने वाले कल के बारे में सोचना ही छोड़ दें लेकिन उसके बारे में चिंता कर कर के कई लोग अपने आप को कई सारी बिमारिओं से ग्रसित कर लेते है , सिर्फ आज में focus करे |
हमेशा याद रखे की 500 किलोमीटर की यात्रा पूरी करने के लिए पहले आपको 1 मीटर की यात्रा तय करनी होगी |
सबसे बुरी स्थिति
जो भी आपसे गलती हुई है उसके सबसे ज्यादा बुरे परिणाम क्या हो सकते है उसको अपने मन में पहले से ही सोच ले, और उसके लिए तैयार हो जाये |
इससे आपको बैठ के ये नहीं सोचना पड़ेगा की ये होगा तो क्या होगा वो होगा तो क्या होगा, क्योंकि अब अपने पहले से ही स्थिति सोच ली है , तो अब आपको कोई फर्क नहीं पड़ता की क्या होगा | जो भी होगा आप उसके लिए पहले से तैयार है |
अगर कोई एसी स्थिति आ गयी है जिससे आपकी मृत्यु भी हो सकती है तो उसके लिए भी तैयार हो जाएँ | फिर आपको अपनी energy इस बात की चिंता में खर्च नहीं करनी पड़ेगी की आपके साथ क्या होगा |
व्यस्त रहे
एक पिता का एक लड़का होता है उसके बाद उसके दो बच्चे पैदा होता है और दोनों ही मर जाते है, एक बच्चा पैदा होते ही और दूसरा 5 दिन के बाद मर जाता है |
पिता बहुत ज्यादा चिंता से भर जात है पूरा दिन बस उसी अपनी चिंता में डूबा रहता था, एक दिन उसका लड़का उससे एक नाव बनाने को बोलता है |
पिता का बिलकुल भी मन नहीं होता है लेकिन फिर भी बच्चे की ख़ुशी के लिए वो नाव बनाने लगता है और उसके बनाते हुए 2 घंटे कब बीत जाते है उसको खुद पता नहीं चलता है |
और उस वक्त वो अपनी चिंता के बारे में बिलकुल भूल जाता है |
उसके बाद वो कभी भी बैठ के बस चिंता करने के बजाय अपने पुराने जितने भी काम थे उनको पूरा करता है और चिंता करना छोड़ देता है |
हमे भी हमेशा कोई ना कोई काम में व्यस्त रहना चाहिए जिसमे थोडा दिमाग लगाने की जरुरत पड़े इससे हम चिंता के बारे में नहीं बल्कि काम के बारे में सोचेंगे |
छोटी छोटी बातें
हम बहुत बारी बहुत छोटी छोटी बातों को लेकर चिंता करते रहते है जिससे आपको रत्ती भर भी फरक नहीं पड़ता है जैसे की
किसी ने आपको कुछ कह दिया हो, किसी ने आपकी निंदा की हो, आप दिखने में कैसे हो, लोग आपके बारे में क्या सोचते है एसी ही ना जाने कितनी बातें है जिनके बारे में हम बेकार मै ही सोचते रहते है |
हमेशा याद रखें की जीवन बहुत छोटा है बहुत छोटी बातों को सोचने के लिए |
औसत का नियम
कई लोग जहाज में यात्रा नहीं करते है क्योंकि उनको एसा लगता है की जहाज बहुत ज्यादा खतरनाक होता है और अगर क्रेश हुआ तो मर जायेंगे बचेंगे नहीं |
लेकिन क्या आपको पता है की जहाज में यात्रा के दौरान औसतन 9821 लोगो में से सिर्फ 1 की मौत होती है |
जबकि कार में यात्रा करने से औसतन 645 लोगो में से 1 की मौत हो जाती है |
अभी फिलहाल का उदाहरण लू तो पूरी दुनिया में coronavirus फैला हुआ लेकिन इससे डरने की बजाय हमे औसतन मरने वालो की संख्या देखनी चाहिए जो की काफी कम है |
हम भी कई बार एसी बातों की चिंता करते है जिसके होने के chance बहुत ही कम होते है लेकिन फिर भी दिन भर बस उसी की बारे में सोचते रहते है |
आराम
कई लोगो को लगता है की हमारा दिल हमेशा काम करता रहता है और कभी रुकता नहीं है लेकिन डॉ. Walter बी. जो की Harvard medical school से है |
वो हमे बताते है की दिल भी हर एक contraction के बाद आराम करता है और पुरे दिन 24 घंटे में सिर्फ 9 घंटे ही काम करता है |
इसलिए हमे पूरा दिन लगातार काम नहीं करना चाहिए बल्कि बीच बीच में थोडा आराम लेते हुए काम करना चाहिए ताकि दिमाग को relax मिल सके |
बदलने की कोशिश
जब भी हमेशा कोई गलती हो जाती है बजाय उस गलती को स्वीकारने के हम ये सोचते है की काश में उस गलती को सही कर पाता काश में या कर लेता वो कर लेता |
जो हो चूका है उसको स्वीकारना ही चिंता को ख़त्म करने का पहला कदम है |
स्टॉप loss नियम
स्टॉक मार्किट में एक नियम है आप अपनी हानि को बचाने के लिए स्टॉप loss लगा देते है जिससे आपकी हानि एक limit तक हो उससे ज्यादा ना हो |
इसलिए जब भी आप किसी स्थिति या चीज के बारे में सोचते है तो ये ध्यान से सोचे की क्या आप जरुरत से ज्याद तो नहीं सोच रहे है या इतना काफी है अब |
बात करें
बात करने से अपनी चिंता को बहुत हद तक कम किया जा सकता है इसलिए जब भी आप किसी चिंता या problem में हो तो |
अपने दोस्त या उससे बात करें जिसपे आप भरोसा करते हो, उसको अपना सारा हाल बताये और उससे कुछ solution भी मांगे |
बात करने से आपके दिमाग को relief मिलेगा जिससे अब उसके पास और भी चीजो को सोचने के लिए समय मिलेगा ना की बस पूरा दिन सिर्फ एक बात की चिंता करता रहेगा |
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# चिंता पेट का सबसे बुरा जहर है
# इस बुरे संसार में कुछ भी permanent नहीं है, यंहा तक की हमारी परेशानी भी नहीं
#किसी भी चीज़ के बारे में चिंता करने के लिए जीवन बहुत छोटा है, इसलिए इसका आनंद ले क्योंकि आने वाला कल कुछ भी वादा नहीं करता है |
#जो लोग केवल अपनी देनदारियों के बारे में चिंता करते है, यदि वे अपने पास मौजूद धन की बारे सोचेंगे तो चिंता करना बंद करे देंगे |
आशा करता हूँ ये book summary आपको जरुर पसंद आई होगी, अपने दोस्तों के साथ जरुर share करें…. धन्यवाद !
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